श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया ने 6 विकेट के नुकसान पर 357 रनों का स्कोर बना लिया है। 357 रन के स्कोर में बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाल ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने तेज तर्रार 96 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 97 गेंदों का सामना किया और 9 चौके व 4 छक्के लगाए। जब लग रहा था कि पंत अपने टेस्ट करियर का पांचवां शतक जड़ देंगे, तभी वह आउट हो कर ड्रेसिंग रूम वापस लौट गए।
5वीं बार 90 के फेर में फंसे ऋषभ पंत
टेस्ट क्रिकेट में ऐसा पहली या दूसरी बार नहीं था, जब ऋषभ पंत (Rishabh Pant) शतक लगाने से चूक गए। 29 टेस्ट मैचों की 49 पारियों में वह पांचवीं बार नर्वस नाइन्टीज (Nervous Nineties) का शिकार हो चुके हैं। सबसे पहले ऋषभ पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ दो बार 92 रनों की पारी खेल कर आउट हुए थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 97 और इंग्लैंड के विरुद्ध 91 रनों की पारी खेलकर शतक लगाने से चूके थे। ऐसा ही वाकया श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में भी देखने को मिला, जहां ऋषभ 96 रन बनाकर चल दिए।
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सबसे ज्यादा नर्वस नाइन्टीज का शिकार होने खिलाड़ी
टेस्ट क्रिकेट में नर्वस नाइन्टीज के चलते शतक से सबसे ज्यादा वंचित होने वाले भारतीय खिलाड़ियों में राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे ऊपर आता है। ये दोनों दिग्गज खिलाड़ी 10 बार 90 के फेर फंसे हैं। भारत के लिए टेस्ट में 5 बार नाइन्टीज में अपना विकेट गंवाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में ऋषभ पंत के अलावा महेंद्र सिंह धोनी, वीरेंद्र सहवाग और सुनील गावस्कर भी शामिल हैं।
जबकि गौतम गंभीर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, नवजोत सिद्धू, दिलीप वेंगसरकर और अजित वाडेकर 4-4 बार 90 से 99 के स्कोर पर आउट हो चुके हैं।
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सौरव गांगुली को 2 बार 99 के स्कोर पर लौटना पड़ा पवेलियन
सौरव गांगुली एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिनको अपने टेस्ट क्रिकेट में दो बार 99 के स्कोर पर पवेलियन वापस लौटना पड़ा। 1997 में श्रीलंका और 2002 में इंग्लैंड के विरुद्ध गांगुली 99 के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हुए थे। गांगुली के अलावा धोनी-सहवाग समेत कुल 9 भारतीय खिलाड़ी ऐसे हैं, जो एक रन से टेस्ट शतक लगाने से चूक गए।