वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का चैंपियन बनने के लिए टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के सामने 139 रनों का लक्ष्य रखा है। बता दे कि मैच के छठे दिन यानि रिजर्व-डे पर भारत की दूसरी पारी 73 ओवर में 170 के स्कोर पर ढेर हो गई। 170 के स्कोर में सबसे ज्यादा रन विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के रहे। उन्होंने 41 रन टीम के लिए जोड़े। इसके अलावा 30 रनों की पारी खेलते हुए रोहित शर्मा भारत के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे।
पुजारा-कोहली जल्दी हुए आउट
पांचवें दिन क्रमशः 12 और 8 रनों पर नाबाद लौटने वाले बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली छठे दिन कोई खास कमाल नहीं कर पाए। पहली पारी में फाइव विकेट हॉल करने वाले तेज गेंदबाज काइल जेमिसन ने पहले कोहली 13 और फिर पुजारा 15 को अपना शिकार बनाया। इस तरह 8 रनों के भीतर दोनों खिलाड़ी वापस लौट गए। अब भारत का स्कोर 72 पर 4 विकेट हो गया।
ऋषभ पंत ने संभाली पारी
72 रनों पर 4 विकेट गंवाने के बाद टीम इंडिया की हालत नाजुक हो गई थी। लेकिन ऋषभ पंत ने रहाणे और जडेजा के साथ मिलकर बहुमूल्य साझेदारियां करते हुए भारत को सस्ते में ढेर होने से बचा लिया। पंत ने रहाणे के साथ पांचवें विकेट के लिए 37 और छठवें विकेट के लिए 33 रन जोड़े। उनको 41 के निजी स्कोर पर ट्रेंट बोल्ट ने आउट किया। जबकि रहाणे 15 और रवींद्र जडेजा 16 रन बनाकर आउट हुए। जबकि मोहम्मद शमी ने 13 और रविचंद्रन अश्विन ने 7 रन बनाए।
साउदी-बोल्ट के सामने सस्ते में निपटी भारतीय पारी
भारत की दूसरी पारी को सस्ते में निपटाने के पीछे टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट का सबसे बड़ा हाथ रहा। दोनों दिग्गजों ने मिलकर कुल 7 विकेट अपने नाम किए। साउदी ने 48 रन के बदले 4 तो वहीं बोल्ट ने 15 रनों पर 3 विकेट झटके। हालांकि जेमिसन ने कोहली-पुजारा के विकेट हासिल करते हुए भारतीय पारी के पतन की शुरुआत की। उन्होंने 2 विकेट लिए। जबकि वेगनर को एक सफलता मिली।
पहली पारी का हाल
टॉस हारने के बाद भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 217 रन बनाए थे। जहां विराट कोहली ने 44 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली थी। जवाब में कीवियों ने 249 रन बनाकर 32 रनों की बढ़त अपने नाम की थी। उनके लिए डेवोन कॉनवे ने सबसे ज्यादा 49 रन बनाए थे।