लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल सीमित ओवर के फॉर्मेट में टीम इंडिया के बेहद महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। वनडे हो या टी-20 वे अपनी चतुराई भरी गेंदबाजी से किसी भी वक्त मैच का पासा पलटने की काबिलियत रखते हैं। आज हम चहल के टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर के ऐसे विशेष आंकड़ों पर नजर डालेंगे, जो साबित करते हैं कि चहल के एक पारी में 3 विकेट टीम इंडिया की जीत तय करते हैं।
युजवेंद्र चहल के 3 विकेट है भारत की जीत की गारंटी
45 मैचों के टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में यूजवेन्द्र चहल ने 59 विकेट झटके हैं। वे जसप्रीत बुमराह (59 विकेट) के साथ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले संयुक्त भारतीय गेंदबाज हैं। इन 45 टी-20 मुकाबलों में से चहल ने 8 दफा तीन या उससे ज्यादा विकेट लेने का कमाल किया है। इन सभी 8 मुकाबलों में भारतीय टीम को जीत हासिल हुई है। इसका मतलब हुआ कि जब-जब चहल ने एक पारी में कम से कम 3 विकेट झटके हैं, तब-तब भारत कोई भी मैच नहीं हारा है।
इन 8 टी-20 में यूजवेन्द्र चहल का सफर
फरवरी 2017 से अब (दिसंबर 2020) तक यूजवेन्द्र चहल ने 8 टी-20 मुकाबले ऐसे खेले हैं जिसमें उन्होंने 3 या उससे अधिक विकेट लेने का कमाल किया है। ये सिलसिला इंग्लैंड के खिलाफ बेंगलुरू से शुरू हुआ था। जहां चहल ने 4 ओवर में 25 रन देकर 6 विकेट झटके थे। ये उनके टी-20 जीवन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। उसी साल श्रीलंका के विरुद्ध तीन मैचों में इस लेग स्पिनर ने क्रमशः 3/43, 4/23 और 4/23 का प्रदर्शन किया था।
इसके बाद 2018 में बांग्लादेश के साथ खेलते हुए यूजवेन्द्र ने 18 रन खर्च कर 3 विकेट झोली में डाले थे। इसी वर्ष आयरलैंड दौरे पर खेले गए दो टी-20 मुकाबलों में उन्होंने 38 और 21 रन देकर तीन-तीन विकेट अपने नाम किए थे। जबकि चहल ने आखिरी बार 3 विकेट लेने का कारनामा 4 दिसंबर 2020 को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध किया था। जहां उन्होंने कन्कशन सब्स्टिट्यूट नियम के तहत रवींद्र जडेजा का स्थान लिया था। तब चहल ने 25 रन के बदले 3 विकेट लेते हुए भारतीय टीम को जीत दिलाई थी।