India vs Australia 1st T20I: सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) की कप्तानी में भारत ने अपना पहला मैच जीत लिया है। विशाखापत्तनम में खेले गए पहले टी20 में सूर्यकुमार और ईशान किशन की जानदार पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हरा दिया है।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 3 विकेट पर 208 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम ने 2 विकेट और 1 गेंद रहते लक्ष्य पूरा कर लिया। इस जीत के साथ ही भारत सीरीज में 1-0 से आगे हो गया है।
सूर्यकुमार-ईशान के दम पर भारत की जीत
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के 209 रनों के टारगेट को 19.5 ओवर में 8 विकेट खोकर पूरा किया। भारत की इस जीत में सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन ने तीसरे विकेट के लिए केवल 60 गेंदों में 112 रनों की साझेदारी कर डाली। लेग स्पिनर तनवीर सांगा ने ईशान को आउट इस साझेदारी को तोड़ा।
ईशान ने 2 चौके और 5 छक्के की सहायता से 39 बॉल पर 58 रन की पारी खेली। उन्होंने पांचवां टी20आई अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद सूर्यकुमार ने 42 गेंदों में 80 रनों की पारी खेल भारत को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया। 80 रनों की पारी में सूर्या ने 9 चौके और 4 छक्के उड़ाए। स्काई की ये 16वीं फिफ्टी रही।
सूर्या-ईशान के आउट होने के बाद रिंकू सिंह ने अंतिम गेंद में छक्का जड़ मैच फिनिश किया। लेकिन वो नो बॉल निकली और भारत ने एक गेंद बाकी रहते मैच जीत लिया। रिंकू ने ताबड़तोड़ 14 बॉल में 22 रन जड़े। सीन एबॉट के उस अंतिम ओवर में 3 विकेट गिरे। रवि बिश्नोई और अर्शदीप सिंह शून्य पर रन आउट हुए। इसके अलावा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने 21 और तिलक वर्मा ने 12 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से तनवीर सांगा ने सबसे ज्यादा 2 विकेट निकाले। जेसन बहरेंडॉर्फ मैथ्यु शॉर्ट और सीन एबॉट को एक-एक विकेट मिला।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोश इंग्लिश का शतक
टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 20 ओवर में 3 विकेट गंवाकर 208 रनों का शानदार स्कोर खड़ा किया। नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए आए जोश इंग्लिश ने 220 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए टी20 इंटरनेशनल करियर का पहला शतक जड़ दिया।
इंग्लिश ने 50 गेंदों में 110 रनों की पारी खेली। उन्होंने 11 चौके और 8 छक्के लगाए। बतौर ओपनर बल्लेबाजी करने उतरे स्टीव स्मिथ ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। उनके बल्ले से 52 रन निकले। इसके अलावा मैथ्यु शॉर्ट ने 13 और टिम डेविड ने 19 रन मारे।
भारत के लिए प्रसिद्ध कृष्णा और रवि बिश्नोई को एक-एक सफलता हाथ लगी।