मेलबोर्न में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराकर भारत ने इतिहास रच दिया है। इस मैच को जीतने के साथ ही भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम लिखवा लिया है। ये पहला मौका है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में जा कर पहली बार किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में जीत दर्ज किया है। साथ ही भारत ऑस्ट्रेलिया के इस दौरे पर बिना कोई सीरीज गंवाए वापिस लौटेगा।
गौरतलब है कि बारिश की आंखमिचौली के बीच भारत ने टॉस जीत कर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया था। पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम 48.4 ओवर में 230 रन जोड़ कर ऑल आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पीटर हैंड्सकोम्ब सबसे सफल बल्लेबाज रहे और उन्होंने 63 गेंदों में 58 रन बनाए। एडिलेड में शतक जमाने वाले शॉन मार्श के बल्ले से इस मैच में 39 रन निकले। वहीं उस्मान ख्वाजा ने 34 रनों की पारी खेली।
भारत के लिए इस वनडे सीरीज का अपना पहला मैच खेल रहे युजवेंद्र चहल ने ऑस्ट्रेलियाई खेमें में जमकर दहशत मचाई। चहल ने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 10 ओवर में 42 रन देकर 6 विकेट हासिल किए। वहीं भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी को दो-दो सफलताएं हाथ लगी।
अब भारतीय टीम को मैच और सीरीज जीतने के लिए 231 रनों की दरकार थी। भारतीय पारी का आगाज करने वाले रोहित शर्मा और शिखर धवन ने पहले विकेट के लिए 15 रन जोड़े। तभी रोहित शर्मा 9 रन बनाकर पवेलियन वापिस लौट गए। शिखर धवन ने 23 रन बनाए। 59 रनों पर 2 विकेट गंवाने के बाद कप्तान विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी ने टीम का मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी की।
लेकिन अहम मौके पर झ्ये रिचर्डसन ने विराट कोहली को 46 के निजी स्कोर पर आउट कर ऑस्ट्रेलिया को तीसरी सफलता दिलाई। तब केदार जाधव ने एंट्री ली और एमएस धोनी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी करते हुए भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी। धोनी ने 114 गेंदों में नाबाद 87 और केदार जाधव ने 57 गेंदों में नाबाद 61 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली।
महेंद्र सिंह धोनी ने 3 मैचों में 3 अर्धशतक जड़ते हुए इस सीरीज में 193 रन बनाए। इस शानदार खेल के लिए धोनी को मैन ऑफ सीरीज का अवार्ड दिया गया। वहीं युजवेंद्र चहल को 6/42 के प्रदर्शन के बाद मैन ऑफ द मैच चुना गया।