बॉक्सिंग-डे टेस्ट जीतने और सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल करने के लिए भारत के सामने 340 रन का टारगेट है। मेलबर्न में 105 रन से पिछड़ने के बाद जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 234 पर समेट दी। दूसरी पारी में कंगारू टीम की तरफ से मार्नस लाबुशेन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने तीन चौके की मदद से 139 गेंद में 70 रन की इनिंग खेली।
कप्तान पैट कमिन्स ने भी शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और 90 बॉल का सामना करते हुए 41 रन जोड़े। उनके बल्ले से 4 चौके आए। इनके अलावा आखिरी विकेट के लिए नेथन लायन और स्कॉट बॉलैंड ने 120 गेंदों में 61 रन जोड़े। लायन ने 5 चौके की मदद से 41 रनों की धमाकेदार पारी खेली। वहीं बॉलैंड 15 रन बनाकर नाबाद रहे।
जसप्रीत बुमराह ने झटका एक और पंजा
जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी की धार मैच दर मैच और तीखी होती जा रही है। इसी का नतीजा है कि बुमराह इस सीरीज में चार मैचों में तीन फाइव विकेट हॉल कर चुके हैं। जबकि टेस्ट क्रिकेट में ओवरऑल उनका यह 13वां पंजा है। बुमराह ने 24.4 ओवर में 57 रन देकर 5 सफलताएं अर्जित की। बुमराह का साथ मोहम्मद सिराज ने बखूबी निभाया। सिराज ने 23 ओवर में 70 रन खर्च करते हुए 3 विकेट अपनी झोली में डाले। एक विकेट रवींद्र जडेजा को मिला।
पहली पारी का हाल
टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी का चुनाव करते हुए पहली पारी में 474 रन बोर्ड पर लगाए। स्टीव स्मिथ ने 34वीं टेस्ट सेंचुरी जड़ते हुए 197 गेंदों में 140 रनों की शानदार पारी खेली। जिसमें उन्होंने 13 चौके और तीन छक्के मारे। स्मिथ के अलावा सैम कॉन्सटास (60), उस्मान ख्वाजा (57) और मार्नस लाबुशेन (72) ने अर्धशतक लगाए। भारत के लिए बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाश दीप ने 2 और वॉशिंग्टन सुंदर ने 1 विकेट लिया।
474 रनों के जवाब में भारत पहली पारी में 369 जोड़ कर ऑलआउट हो गया। भारत की तरफ से नीतीश कुमार रेड्डी ने टेस्ट जीवन का पहला शतक पूरा किया। उन्होंने 189 गेंदों में 114 रन बनाए। उनकी यह पारी 11 चौके और 1 सिक्स से सजी रही। यशस्वी जायसवाल ने 82 और ऑलराउंडर वॉशिंग्टन सुंदर ने 50 रन की बहुमूल्य पारियां खेलीं। ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिन्स, स्कॉट बॉलैंड और नेथन लायन ने तीन-तीन विकेट लिए।