Nitish Reddy test hundred: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला जा रहा है। मैच के तीसरे दिन नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ दिया है। रेड्डी मुश्किल वक्त में बल्लेबाजी करने आए थे और सैकड़ा जमाकर उन्होंने टीम इंडिया की मुसीबतों को कम जरूर कर दिया है। ऑलराउंडर रेड्डी ने 171 गेंदों में शतक पूरा किया। इस शतकीय पारी में उनके बल्ले से 10 चौके और एक छक्का निकला। वह 103 रन बनाकर अभी भी मैदान पर डटे हुए हैं।
ऐसे निकला नीतीश कुमार रेड्डी के बल्ले से शतक
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में यह पहला मौका नहीं है, जब नीतीश कुमार रेड्डी ने टीम इंडिया को संकट से उबारा। पर्थ टेस्ट की पहली पारी में जब भारतीय टीम 150 पर ढेर हो गई थी। तब 41 रनों के साथ रेड्डी हाई स्कोरर रहे थे। दूसरी पारी में वह 38 रन बनाकर नाबाद रहे। इसके बाद एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में रेड्डी भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। दोनों पारियों में उन्होंने 42-42 रन बनाए।
आज नीतीश रेड्डी ने जो शतक लगाया है, वो इन सभी छोटी-छोटी लेकिन दमदार पारियों का ही नतीजा है। मेलबर्न में उन्होंने न केवल अर्धशतक पूरा किया बल्कि उस अर्धशतक को शतक में भी तब्दील किया। उनको अपना पहला सैकड़ा जमाने के लिए महज 6 पारियां लगी। 4 टेस्ट की 6 पारियों में उन्होंने 70.50 की धमाकेदार औसत से 282 रन बना लिए हैं।
रेड्डी ने रचा इतिहास
103 रनों के इस शतक के साथ ही नीतीश रेड्डी ऑस्ट्रेलिया में नंबर 8 पर टेस्ट शतक लगाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इसके पहले ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम पर था। कुंबले ने साल 2008 में एडिलेड में आठवें नंबर पर बैटिंग करते हुए 87 रन बनाए थे। 16 साल बाद इस रिकॉर्ड को नीतीश ने अपने नाम कर लिया है।
भारत को कराया 350 पार
ऑस्ट्रेलियाई कठिन परिस्थितियों में चौका जड़कर शतक जड़ने वाले नीतीश कुमार रेड्डी ने खुद को साबित कर दिया है। इस शतक को पूरा करने में उनका साथ वॉशिंग्टन सुंदर ने बेहतरीन अंदाज में दिया। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 127 रनों की शतकीय साझेदारी की। इस साझेदारी के दम पर भारत ने 115 ओवर में 9 विकेट पर 355 रन बना लिए हैं। वे ऑस्ट्रेलिया से 119 रन पीछे हैं। सुंदर ने टेस्ट में चौथी फिफ्टी पूरी की। वह 162 गेंदों में 50 रन बनाकर आउट हुए।