टिम सिफर्ट और कॉलिन मुनरो की तूफानी पारियों की बदौलत हैमिल्टन में खेले जा रहे तीसरे टी20 में न्यूजीलैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 213 रनों का लक्ष्य रखा है। पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड ने 20 ओवर में 4 विकेट गंवाकर 212 रन बनाए।
गौरतलब है कि हैमिल्टन के सेडान पार्क में रोहित शर्मा ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। पहले बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरी न्यूजीलैंड टीम के लिए टिम सिफर्ट और कॉलिन मुनरो ने पारी की शुरुआत की।
कॉलिन मुनरो ने खेली विस्फोटक पारी
न्यूजीलैंड के लिए सलामी बल्लेबाज टिम सिफर्ट और कॉलिन मुनरो ने तूफानी शुरुआत की। दोनों ओपनर्स ने पहले विकेट के लिए 7.4 ओवर में 80 रन जोड़ दिए। कुलदीप यादव ने खतरनाक दिख रहे टिम सिफर्ट के रूप में भारत को पहली सफलता दिलाई। आउट होने के पहले सिफर्ट 3 चौके और 3 छक्के लगाते हुए 25 गेंदों में 43 रन बना गए।
टिम सिफर्ट तो आउट हो गए लेकिन उनके साथी बल्लेबाज कॉलिन मुनरो का असली रूप में आना अभी बाकि था। ताबड़-तोड़ चौकों और छक्कों की बरसात करते हुए मुनरो ने न्यूजीलैंड का स्कोरबोर्ड करीब 10.0 के रन रेट पर बनाए रखा। इस दौरान क्रुणाल पांड्या की गेंद पर छक्का लगाकर उन्होंने 9वां टी20 अर्धशतक पूरा किया।
टी20 सीरीज का पहला मैच खेल रहे कुलदीप यादव ने मैच का दूसरा विकेट झटकते हुए मुनरो की पारी 76 रनों पर समाप्त कर दी। डग आउट वापिस लौटने के पहले बेशक मुनरो अपना काम कर चुके थे। 40 गेंदों में 76 रनों की पारी में मुनरो के बल्ले से 5 चौके और 5 छक्के निकले।
इसके बाद रही सही कसर ऑल राउंडर कॉलिन डी ग्रेंडहोम और डेरिल मिचेल ने मिलकर पूरी कर दी। दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 43 रनों की साझेदारी करते हुए न्यूजीलैंड का स्कोर 200 के करीब पहुंचा दिया। डी ग्रेंडहोम ने 16 गेंदों में 30 और डेरिल मिचेल ने 11 गेंदों में 19 रन बनाए। जबकि रॉस टेलर ने 14 (7) रनों का योगदान दिया।
कुलदीप यादव को छोड़ सभी गेंदबाजों की जमकर धुनाई
टी20 सीरीज में अपना पहला मैच खेल रहे कुलदीप यादव को छोड़ दे तो बाकि के गेंदबाजों ने रन खर्च करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने 4 ओवर के कोटे में कुलदीप यादव ने 26 रन देकर विकेट हासिल किए।
बेशक भुवनेश्वर कुमार और खलील अहमद एक-एक विकेट हासिल करने में सफल रहे। पर रन देने के मामले में वे कंजूसी नहीं कर सके। भुवनेश्वर ने 37 और खलील अहमद ने 47 रन लुटाए। जबकि ढेरों रन खर्च करने के बाद भी पांड्या भाइयों को कोई विकेट नहीं मिला।