हैमिल्टन के सेडान पार्क में तीसरे टी20 के दौरान भारत और न्यूजीलैंड के बीच जबरदस्त जंग देखने को मिली। अंतिम 6 गेंदों में 16 रनों के समीकरण के साथ टीम इंडिया का पलड़ा भारी दिखाई पड़ रहा था। लेकिन टिम साऊदी के अनुभव के आगे भारत को ये मैच 4 रनों से गंवाना पड़ा।
इस हार के साथ ही तीन मैचों की टी20 शृंखला भी भारत ने 1-2 से गंवा दी। इतना ही नहीं पिछली 10 टी20 शृंखलाओं से जारी भारत का अजेय रथ भी यहीं थम गया। गौरतलब है कि भारत ने आखिरी बार 2017 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ एकमात्र टी20 मुकाबले में हार का स्वाद चखा था। तब से भारत अब तक कुल 11 टी20 शृंखलाओं में हिस्सा ले चुका है। जहां 8 शृंखलाओं में भारत को जीत हासिल हुई वहीं एक बार उसे हार का सामना करना पड़ा। जबकि 2 शृंखलाएं ड्रॉ रहीं।
न्यूजीलैंड के 213 रनों के जवाब टीम इंडिया 20 ओवर में 6 विकेट गंवा कर 208 रन ही बना सकी और ये निर्णायक मुकाबला 4 रनों से हार गयी। शिखर धवन 5 रन बनाकर सेंटनर का शिकार बने। इसके बाद रोहित शर्मा और विजय शंकर ने पारी को संभालते हुए दूसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़े।
विजय शंकर 43 (28) रन बनाकर न्यूजीलैंड का दूसरा शिकार बने। इसके बाद रोहित शर्मा (38), ऋषभ पंत (28), हार्दिक पांड्या (21) और महेंद्र सिंह धोनी (2) सहित भारत अपने शीर्ष 6 विकेट 145 के स्कोर पर गंवा चुका था। जिसके बाद दिनेश कार्तिक ने 33 और क्रुणाल पांड्या ने 26 रनों की पारी खेली लेकिन वे मैच को भारत के पक्ष में नहीं मोड़ सके।
न्यूजीलैंड के लिए मिचेल सेंटनर और डेरिल मिचेल ने दो-दो भारतीय खिलाड़ियों को आउट किया। वहीं स्कॉट कुगलेइजन और अपना पहला टी20 मैच खेल रहे ब्लेयर टिकनर को एक-एक सफलता मिली।
इसके पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने के बाद न्यूजीलैंड ने धमाकेदार अंदाज में भारतीय गेंदबाजों का स्वागत किया। कॉलिन मुनरो और टिम सिफर्ट ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए बिना किसी नुकसान के न्यूजीलैंड का स्कोर 80 तक पहुंचा दिया। जहां टिम सिफर्ट ने 25 गेंदों में 43 रन बनाए वहीं कॉलिन मुनरो ने 9वां अर्धशतक लगाते हुए 40 गेंदों में 72 रन बनाए।
इन दोनों के अलावा केन विलियसमन (27), कॉलिन डी ग्रेंडहोम (30), डेरिल मिचेल (19) और रॉस टेलर (14) के प्रयासो से न्यूजीलैंड ने 20 ओवर में 212/4 का स्कोर खड़ा किया।
भारतीय गेंदबाजी की बात करे तो कुलदीप यादव के अलावा और कोई गेंदबाज कुछ खास नहीं कर सका। कुलदीप यादव ने 4 ओवर में 26 रन देकर 2 विकेट आने नाम किए। वहीं भुवनेश्वर कुमार और खलील अहमद को एक-एक विकेट हाथ लगा। जबकि हार्दिक और क्रुणाल की जोड़ी ने बिना किसी विकेट के 8 ओवर में 98 रन लुटा दिए।