न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन के वेस्टपैक मैदान पर खेला गया पांचवा वनडे मैच भारत ने 35 रनों से जीत लिया है। इस जीत के साथ ही भारत ने पांच मैचों की इस वनडे सीरीज पर 4-1 से कब्जा भी कर लिया। अंबाती रायडू को मैन ऑफ द मैच और मोहम्मद शमी को मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड दिया गया।
इसके पहले भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में न्यूजीलैंड को उसी की सरजमीं पर साल 2008/09 में हराया। तब भारत ने पांच वनडे मैचों की सीरीज 3-1 से जीती थी। इस सीरीज का एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। न्यूजीलैंड के दौरे पर भारत की ये अब तक की सबसे बड़ी सीरीज जीत है।
आज सुबह भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 49.5 ओवर में 252 का स्कोर बनाया। रोहित शर्मा का पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय उस वक्त गलत साबित होता नजर आया जब भारत ने 18 के स्कोर पर 4 बड़े विकेट खो दिए। इन 4 विकटों में रोहित शर्मा 2 (16), शिखर धवन 6 (13), शुबमन गिल 7 (11) और महेंद्र सिंह धोनी 1 (6) के विकेट शामिल थे।
हैमिल्टन की तरह ही सस्ते में ढेर होती हुई भारतीय टीम को अंबाती रायडू और ऑल राउंडर विजय शंकर ने सहारा दिया। अंबाती रायडू और विजय शंकर ने 5वें विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी कर भारत को मुश्किलों से उबार दिया। अंबाती रायडू ने 113 गेंदों का सामना करते हुए 8 चौके व 4 छक्के की सहायता से 90 रन बनाए। जबकि विजय शंकर 45 रन बनाकर रन आउट हुए। रही सही कसर हार्दिक पांडया ने पूरी कर दी। पांडया ने महज 22 गेंदों में 2 चौके और 5 छक्के जड़ते हुए 45 रन बना दिए।
न्यूजीलैंड की तरफ से मैट हेनरी ने सबसे ज्यादा 4 विकेट अपने नाम किए। जबकि ट्रेंट बोल्ट को इस बार 3 विकेट हाथ लगे। जेम्स नीशम को एक विकेट से संतोष करना पड़ा।
भारत के 253 रनों के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम 44.1 ओवर में 217 रन बनाकर ऑल आउट हो गयी। न्यूजीलैंड के लिए जेम्स नीशम ने सबसे अधिक रनों की पारी खेलते हुए 32 गेंदों में 44 रन बनाए। दुर्भाग्यवश वे 44 के स्कोर पर रन आउट हो गए। जेम्स नीशम के अलावा कप्तान केन विलियम्सन ने 39 (73) और टॉम लैथम ने 44 (32) रनों की पारी खेली।
भारत की ओर से युजवेंद्र चहल सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 ओवर में 41 रन देकर 3 विकेट झटके। वहीं मोहम्मद शमी और हार्दिक पांडया को दो-दो विकेट हासिल हुए। जबकि केदार जाधव और भुवनेश्वर कुमार को एक-एक सफलता मिली।