बॉर्डर-गवास्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट के तीसरे दिन पहले सत्र तक ऑस्ट्रेलिया ने चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के विकेट हासिल करते हुए टीम इंडिया को बैकफुट पर ला दिया था। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल भी जल्दी आउट हो गए। भारत ने 186 के स्कोर पर शीर्ष 6 बल्लेबाजों के विकेट खो दिए थे। अब भारत ऑस्ट्रेलिया से 183 रनों से पीछे था और उसके हाथ में 4 विकेट शेष थे। ऑस्ट्रेलिया को बड़ी लीड मिलनी तय लग रही थी। लेकिन वॉशिंग्टन सुंदर और शार्दूल ठाकुर ने मेजबान टीम के बड़ी लीड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
वॉशिंग्टन सुंदर ने टेस्ट डेब्यू में किया कमाल
वॉशिंग्टन सुंदर और शार्दूल ठाकुर ने सातवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 123 रनों की साझेदारी की। पेट कमिन्स ने शार्दूल को 67 रन के निजी स्कोर पर आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। वॉशिंग्टन सुंदर ने भी टेस्ट क्रिकेट की डेब्यू पारी में अर्धशतक जमाया। वे 60 रन बनाकर अभी भी क्रीज पर मौजूद हैं। जैसे ही सुंदर ने 50 रनों का आंकड़ा छुआ उनके नाम टेस्ट क्रिकेट का एक बड़ा रिकॉर्ड भी जुड़ गया।
याद दिला दें कि वॉशिंग्टन सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 3 विकेट झटके थे। उन्होंने स्टीव स्मिथ को अपना पहला टेस्ट शिकार बनाया था। इसके बाद उन्होंने कैमरोंन ग्रीन और नाथन लियॉन के विकेट भी अपने नाम किए। अब वॉशिंग्टन सुन्दर डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 3 विकेट और अर्धशतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। उन्होंने 73 साल बाद इस रिकॉर्ड को दोहराया है।
1947 में दत्तु फाडकर ने पहली बार बनाया था रिकॉर्ड
भारत के लिए डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 3 प्लस विकेट और 50 प्लस रन बनाने की उपलब्धि सबसे पहले दत्तु फाडकर ने हासिल की थी। 1947 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड के मैदान पर उन्होंने ये मुकाम हासिल किया था। उस मैच में दत्तु फाडकर ने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 51 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान उन्होंने 14 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे।