18 मार्च को एशिया कप 2012 का पांचवां वनडे खेल क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला लिया था। सचिन तेंदुलकर के इस विदाई मैच में विराट कोहली, रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े-बड़े खिलाड़ी खेलते हुए नजर आए थे। पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया ये मैच बेशक भारतीय टीम ने जीता था। लेकिन बावजूद जीत के भारत फाइनल में जगह पक्की नहीं कर पाया था।
सचिन तेंदुलकर के अंतिम वनडे की कहानी
गौरतलब हो कि सचिन तेंदुलकर ने अपना वनडे डेब्यू पाकिस्तान के खिलाफ 1989 में किया था। जबकि वनडे करियर का अंत भी उसी टीम के खिलाफ किया। साल 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप के पांचवें मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने ओपनिंग बल्लेबाज मोहम्मद हफीज और नासिर जमशेद के सैकड़े के बलबूते 50 ओवर में 6 विकेट पर 329 रन स्कोरबोर्ड पर लगाए। मोहम्मद हफीज ने 113 गेंदों में 105 और नासिर जमशेद ने 104 गेंदों में 112 रनों की पारी खेली। इसके अलावा यूनिस खान ने 52 रनों का योगदान दिया। भारत के लिए प्रवीण कुमार और अशोक डिन्डा ने दो-दो विकेट झटके।
330 रनों के लक्ष्य को प्राप्त करने उतरी भारतीय टीम के लिए गौतम गंभीर और सचिन तेंदुलकर ने पारी की शुरुआत की। लेकिन गंभीर बिना कोई रन बनाए चलते बने। इसके बाद सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के बीच 133 रनों की शतकीय साझेदारी हुई। इसी स्कोर पर सचिन तेंदुलकर 52 रनों की पारी खेल कर आउट हुए। सचिन तो आउट हो गए पर विराट कोहली ने टीम का हाथ थामे रखा और रोहित शर्मा के साथ मिलकर टीम का स्कोर 300 के पार ले गए।
रोहित शर्मा 68 रन बनाकर आउट हो गए। तब तक भारत जीत के करीब पहुंच चुका था। अंत में भारत ने 47.5 ओवर में 4 विकेट पर 330 रन बनाकर मैच जीत लिया। विराट कोहली के बल्ले से 183 रन निकले। इस जीत के बावजूद टीम इंडिया फाइनल में जगह नहीं बना पाई और 52 रनों की ये पारी सचिन तेंदुलकर की आखिरी वनडे पारी साबित हुई।
सचिन के विदाई मैच में कोहली ने खेली थी सबसे बड़ी पारी
भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए इस मैच के पहले तक विराट कोहली द्वारा खेली गई सर्वश्रेष्ठ पारी 133 रनों की थी। जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ हॉबर्ट वनडे में खेली थी। लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप में विराट कोहली ने पिछले सारे रिकॉर्ड धराशायी करते हुए वनडे की सबसे बड़ी पारी खेली। जहां कोहली ने 148 गेंदों में 183 रनों की पारी खेल भारत की जीत में सबसे बड़ा योगदान दिया था। इस पारी में उन्होंने 22 चौके और 2 छक्के जमाए थे।