बारबाडोस में टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की कप्तानी में इतिहास रच दिया है। फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराकर टी20 वर्ल्ड कप 2024 की ट्रॉफी भारत ने अपने नाम कर ली है। भारत को दूसरी बार टी20 चैंपियन बनने के लिए 17 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा है। टीम इंडिया ने एमएस धोनी की कप्तानी में 2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। विराट कोहली प्लेयर ऑफ द मैच और जसप्रीत बुमराह प्लेयर ऑफ द सीरीज बने।
7 रन से हारा साउथ अफ्रीका
साउथ अफ्रीका भारत के 176 रन से 7 रन दूर रह गई। उनके लिए हेनरिक क्लासेन ने 27 गेंदों में 52 रनों की इनिंग खेली। उन्होंने दो चौके और पांच छक्के गिराए। 15वें ओवर में अक्षर पटेल के ओवर से 24 रन निकाल कर क्लासेन ने भारत से मैच लगभग छीन ही लिया था। आखिरी 30 गेंदों में साउथ अफ्रीका को 6 विकेट पर 30 रन की जरूरत थी।
तब हार्दिक पांड्या ने क्लासेन को आउट कर मैच पासा पलट दिया। इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने मार्को जेन्सन को क्लीन बोल्ड कर दिया। आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रन बनाने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम 8 रन ही बना पाई। हार्दिक ने स ओवर में दो विकेट लिए। उन्होंने पहली ही गेंद पर डेविड मिलर का विकेट अपने नाम किया। मिलर ने 21 रन बनाए।
भारत की तरफ से हार्दिक पांड्या सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह ने दो-दो विकेट अपने नाम किए। एक विकेट अक्षर पटेल ने लिया।
विराट कोहली के बलबूते टीम इंडिया 176/7
रोहित शर्मा (9) और ऋषभ पंत (0) के विकेट जल्दी खोने के बाद विराट कोहली ने पारी को संभाला। अब तक आउट ऑफ फॉर्म चल रहे कोहली ने 59 गेंदों में 76 रनों की पारी खेल कर भारत को 176 के स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने चार चौके और दो छक्के लगाए। कोहली का साथ अक्षर पटेल ने दिया। बता दें कि सूर्यकुमार यादव तीन रन ही बना पाए।
अक्षर 31 गेंदों में 47 रनों की पारी खेलने के बाद रन-आउट हुए। उन्होंने एक चौका और चार सिक्स मारे। कोहली और अक्षर के बीच चौथे विकेट के लिए 54 गेंदों में 72 रन की दमदार साझेदारी हुई। इसके बाद कोहली ने शिवम दुबे के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 33 बॉल में 57 रन बनाए। दुबे के बल्ले से 27 रन आए।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से केशव महाराज ने और एनरिक नोर्टजे ने दो-दो विकेट हासिल किए। मार्को जेन्सन और कगिसो रबाडा को एक-एक सफलता मिली।