साउथ अफ्रीका दौरे पर भारत पहले 2-1 से टेस्ट सीरीज हार गया, फिर 3-0 से वनडे सीरीज भी गंवा दी। रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में केएल राहुल को टीम इंडिया का कार्यवाहक कप्तान नियुक्त किया गया। लेकिन वो जोश और वो जीत की भूख टीम से गायब थी, जो अमूमन विराट कोहली की कप्तानी में नजर आती थी। केएल राहुल कप्तानी में साधारण रहे तो रहे बल्लेबाजी में भी उनका प्रदर्शन गिर गया।
अब टीम इंडिया को अगली वनडे सीरीज फरवरी माह में वेस्टइंडीज के खिलाफ घर पर खेलनी है। रोहित शर्मा भी फिट हो चुके हैं। इस स्थिति में हालिया वनडे सीरीज में केएल राहुल की साधारण बल्लेबाजी ने शिखर धवन के लिए ओपनिंग में जगह पक्की करने के रास्ते खोल दिए हैं। अब राहुल को बल्लेबाजी के लिए दोबारा मध्यक्रम पर जाना पड़ सकता है।
बतौर ओपनर केएल राहुल का साधारण प्रदर्शन
साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में केएल राहुल का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। उन्होंने पारी की शुरुआत करते हुए 3 पारियों में 25.33 की औसत से 76 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 55 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली। पार्ल में पहले वनडे में वह 12 रन बनाकर आउट हुए। दूसरे मैच में 55 रनों की पारी खेली, पर इसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए। केपटाउन में तीसरे और फाइनल मैच में राहुल 9 रन बनाकर आउट हो गए।
शिखर धवन ने पेश की ओपनिंग की दावेदारी
शिखर धवन वनडे सीरीज में पूरे लय में नजर आए। उन्होंने भारत को शानदार शुरुआत देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी पर अन्य छोर से राहुल उनका साथ नहीं निभा पाए। पहले वनडे में धवन में 79 रन बनाए। दूसरे मुकाबले में वह 29 रन बनाकर जरूर आउट हो गए, लेकिन केपटाउन में वापसी करते हुए उन्होंने 61 रन बना दिए। सीरीज में 3 मैचों में धवन के बल्ले से 56.33 की औसत से 169 रन निकले। वह भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
वेस्टइंडीज के खिलाफ रोहित शर्मा ओपनिंग में वापसी करने को तैयार हैं। वहीं, साउथ अफ्रीका के विरुद्ध कमाल की बल्लेबाजी से धवन ने रोहित के साथ कम से कम वनडे में ओपनिंग में अपना स्थान लगभग पक्का कर लिया। दाएं-बाएं हाथ का संयोजन भी रोहित-धवन की सलामी जोड़ी को बल देता है। इस स्थिति में केएल राहुल को निचले क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आना पड़ सकता है।