क्रिकेट के भगवान पुकारे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को 1994 में आज के दिन पहली बार वनडे में ओपनिंग करने का मौका मिला था। उन्होंने 27 मार्च 1994 को ऑकलैंड न्यूजीलैंड के विरुद्ध बतौर ओपनिंग बल्लेबाज डेब्यू किया था। शायद ये उनके वनडे करियर का टर्निंग पॉइट था। इस मैच के बाद से सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम के नियमित ओपनिंग बल्लेबाज बन गए और अपने वनडे करियर को शिखर पर ले गए।
पहली बार ओपनिंग करते हुए सचिन तेंदुलकर ने बनाए थे इतने रन
1994 में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड का दौरा किया था। इस दौरे पर 4 वनडे और एकमात्र टेस्ट मैच का आयोजन हुआ था। पहला वनडे 25 मार्च को नेपियर में खेला गया था। इस मैच में सचिन नंबर 5 बल्लेबाजी करते हुए केवल 15 रन बना सके थे। इसके बाद अगले मैच में यानि 27 मार्च को ऑकलैंड में सचिन को ओपनिंग करने का मौका मिला। इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए उन्होंने 49 गेंदों में 82 रनों की ताबड़-तोड़ पारी खेल डाली। इस पारी में उनके बल्ले से 15 चौके और 2 छक्के निकले थे। इस शानदार बल्लेबाजी को उन्होंने आगे भी जारी रखा तीसरे वनडे में 63 और चौथे वनडे में 40 रनों की पारी खेली।
बतौर ओपनर ऐसा रहा है वनडे करियर
वनडे करियर की शुरुआत में सचिन तेंदुलकर ने 69 मैच बिना ओपनिंग के खेले थे। इस दौरान उन्होंने 30.84 के औसत और 13 अर्धशतक से 1758 रन बनाए थे। उन्होंने 84 रनों की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली थी। इसके बाद 27 मार्च 1994 के बाद से उन्होंने 394 वनडे खेले और 344 मैचों में ओपनिंग की।
बतौर ओपनर 344 वनडे मैचों की 340 पारियों में सचिन तेंदुलकर ने 48.29 के औसत से 15310 रन बनाए। इन 340 पारियों में उनके बल्ले से 45 शतक और 75 अर्धशतक आए। ओपनिंग करते हुए सचिन तेंदुलकर ने फरवरी 2010 में इतिहास रचा था। जहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में उन्होंने दुनिया का सबसे पहला दोहरा शतक ठोका। उन्होंने 147 गेंदों में 25 चौके और 3 छक्के की मदद से 200 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
ओवरऑल आंकड़ों की बात करे तो सचिन तेंदुलकर 463 मैचों की 452 पारियों में 44.83 के औसत से 18426 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 49 शतक और 96 अर्धशतक अपने नाम किए।