आईसीसी ने गुरुवार रात यानि 19 नवंबर को एक बड़ा निर्णय लेते हुए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए नया पॉइंट सिस्टम लागू किया है। अब टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान पॉइंट्स की गिनती इस नवनिर्मित विधि से की जाएगी। आईसीसी के नए पॉइंट सिस्टम के मुताबिक टीमों का स्थान जीत के दौरान मिले अंकों के प्रतिशत की बुनियाद पर तय होगा।
इस नए नियम से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। जहां टीम इंडिया को एक स्थान का घाटा झेलना पड़ा है। अब वे पहले पायदान से उतर कर दूसरे पायदान आ गए हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया एक स्थान के फायदे के साथ पहले पायदान पर विराजमान हो गया है। हालांकि शेष टीमों के स्थानों के साथ कोई उलटफेर नहीं हुआ है। अब टीमों के लिए पॉइंट्स की गणना कैसे की जाएगी इसके बारे में आगे बताया गया है।
आईसीसी का नया पॉइंट्स सिस्टम
बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान हर एक सीरीज के लिए 120 पॉइंट्स उपलब्ध होते हैं। दो टेस्ट मैच की सीरीज में हर एक मैच जीतने पर 60 अंक मिलते हैं। जबकि ड्रॉ होने पर 20 पॉइंट्स दिए जाते हैं। तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए जीत और ड्रॉ के लिए क्रमशः 40 और 13 पॉइंट्स होते हैं। जबकि चार टेस्ट मैचों के दौरान हर जीत के लिए 40 और ड्रॉ के लिए 10 अंक प्राप्त मिलते हैं।
अब भारतीय टीम की बात करे तो वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान 4 सीरीज खेल चुके हैं। जहां उनका मुकाबला वेस्टइंडीज (2 मैच की सीरीज), दक्षिण अफ्रीका (3 मैच सीरीज), बांग्लादेश (2 मैच सीरीज) और न्यूजीलैंड (2 मैच सीरीज) के साथ हुआ था। इन चारों सीरीज से भारत ने 360 अंक हासिल किए। जबकि इन चारों सीरीज से उपलब्ध अंक 480 (120 x 4) होते हैं।
नए पॉइंट्स सिस्टम के हिसाब से भारत ने 480 अंकों में से 360 अंक हासिल किए। जिनका प्रतिशत 75 (360/480 x 100) होता है। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने 3 टेस्ट सीरीज के दौरान 296 अंक हासिल किया। जबकि 3 टेस्ट सीरीज के 360 (120 x 3) अंक मिलते हैं। इस प्रकार ऑस्ट्रेलिया ने उपलब्ध 360 अंकों में से 296 अंक हासिल किए। जहां उनका जीत का प्रतिशत 82.2 रहा। इस तरह भारतीय टीम 75 प्रतिशत के साथ दूसरे और ऑस्ट्रेलिया 82.2 प्रतिशत के साथ पहले पायदान पहुंच गई।