ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर परास्त कर भारतीय टीम स्वदेश लौट चुकी है। दो हफ्ते बाद अब टीम इंडिया एक बार फिर क्रिकेट का सबसे बड़ा फॉर्मेट खेलती हुई नजर आएगी। लेकिन इस बार इंग्लैंड की टीम सामने होगी। जी हां क्रिकेट अब भारत लौट चुका है। जहां चेन्नई में 5 फरवरी से भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों का आगाज होगा। भारतीय टीम का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना इस श्रृंखला के परिणाम पर निर्भर करेगा।
भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने की शर्तें
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार टेस्ट मैच की सीरीज में 2-1 से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की दौड़ में खुद को सबसे आगे कर लिया है। ब्रिस्बेन में कंगारू टीम पर 3 विकेट की रोचक जीत के बाद भारतीय टीम टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल पर नंबर 1 की कुर्सी पर विराजमान हो गई है। जबकि ऑस्ट्रेलिया पहले पायदान से सीधे तीसरे पर खिसक गया। वहीं न्यूजीलैंड ने दूसरा स्थान ग्रहण किया।
अब भारत को फाइनल की सीट पक्की करने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज हर हाल में जीती पड़ेगी। चलिए गौर करते हैं उन संभावित परिणामों पर जो भारत को सीधे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक ले कर जाएंगे।
ताजा आंकड़ो के हिसाब से भारतीय टीम 430 पॉइंट्स और 71.7 प्रतिशत पॉइंट्स के साथ पहले स्थान पर है। जबकि न्यूजीलैंड के पास 70 और ऑस्ट्रेलिया के पास 69.2 प्रतिशत पॉइंट्स हैं। चूंकि न्यूजीलैंड टेस्ट चैंपियनशिप के सभी मैच खेल चुका है ऐसे में उनके खाते में 70.0 प्रतिशत पॉइंट्स ही रहने वाले हैं। अब टीम इंडिया को टॉप-2 में जगह पक्की करने के लिए 70.0 से ज्यादा प्रतिशत पॉइंट्स हासिल करने होंगे। जिसके लिए उनको 505 या उससे अधिक पॉइंट्स जोड़ने पड़ेंगे।
ऐसा करने के लिए भारत को इंग्लैंड के खिलाफ कम से 2 मैच जीतने और इतने ही मैच ड्रॉ करने पड़ेंगे। ऐसा करने पर टीम को 80 पॉइंट्स मिलेंगे और वे 70.8 प्रतिशत अंक लेकर न्यूजीलैंड से आगे बने रहेंगे। इसके अलावा अगर टीम इंडिया इंग्लैंड को 3-1, 3-0 या 4-0 से हराती है तो वे और ज्यादा प्रतिशत अंकों के साथ फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लेंगे।