पिछले तीन टेस्ट मुकाबलों से बाहर बैठने वाले भारत के कप्तान विराट कोहली एक बार भी एक्शन में दिखाई देंगे। इस बार उनका सामना इंग्लैंड से होगा। चेन्नई में 5 फरवरी से खेले जाने वाले पहले टेस्ट में रनमशीन विराट कोहली महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं। जिसके लिए उनके बल्ले से एक बड़ी पारी की दरकार होगी।
विराट कोहली के पास सचिन की बराबरी का मौका
इंग्लैंड के खिलाफ तीनों फॉर्मेट में मिलाकर विराट कोहली ने 61 मैच खेले हैं। इन 61 अंतरराष्ट्रीय मैचों की 77 इनिंग्स में उन्होंने 44 की औसत से 3094 रन बनाते हुए 8 शतक लगाए हैं। इंग्लैंड के विरुद्ध 19 टेस्ट मैचों में कोहली के बल्ले से 5 शतक निकले हैं। वहीं 30 वनडे मैचों में उन्होंने 3 सेंचुरी लगाई है। जबकि टी-20 करियर में उनके बल्ले से पहले शतक का इंतजार सभी को है।
अब अगर कोहली चेन्नई में पहले टेस्ट में शतक जड़ देते हैं तो वे इंग्लैंड के खिलाफ सर्वाधिक इंटरनेशनल शतक जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे। तब वे 9 शतक लिए सचिन के साथ नंबर 1 का स्थान साझा कर लेंगे। बता दें कि सचिन तेंदुलकर इंग्लैंड के खिलाफ सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले भारतीय हैं। जहां उन्होंने 69 मैचों की 90 पारियों में 3990 रनों के दौरान 9 शतक और 23 अर्धशतक लगाए हैं।
इन 9 शतकों में से 2 शतक सचिन ने 37 वनडे मैचों के दौरान लगाए। जबकि शेष 7 शतक उनके बल्ले से 32 टेस्ट मैच में निकले हैं। इस प्रकार सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के विरुद्ध 69 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 9 शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इंग्लैंड के साथ खेलते हुए अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा लगाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ हैं। जिन्होंने 52 मैचों में 7 शतक अपने नाम किए।
जबकि इस मामले में मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने 39 मैच और दिलीप वेंगसरकर ने 41 मैच में 6-6 शतक लगाए हैं। इसके अलावा इस लिस्ट में चेतेश्वर पुजारा और रवि शास्त्री का नाम भी शामिल हैं। इन दोनों बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के विरुद्ध 5-5 सेंचुरी लगाई है।
2020 में शतक से वंचित रहे थे विराट कोहली
विराट कोहली पिछले साल एक भी शतक नहीं लगा पाए थे। उन्होंने 2020 में कुल 22 अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया था। जहां उन्होंने करीब 36 की एवरेज से 842 रन बनाए थे। जिसमें 7 हाफ सेंचुरी समेत 89 रनों की सर्वोच्च पारी शामिल थी। साल 2008 के बाद पहली दफा ऐसा हुआ था जब रनमशीन के नाम के सामने शतकों की संख्या शून्य थी। उम्मीद करते हैं कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले ही टेस्ट में बड़ी पारी खेलते हुए कोहली दोबारा शतकों का कारवां आगे बढ़ाएंगे।