ब्रिस्बेन में चौथे टेस्ट के तीसरे दिन स्टंप्स तक ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 21 रन बना लिए हैं। इसी के साथ उनकी कुल बढ़त 54 रनों की हो गई है। डेविड वॉर्नर 20 और मार्कस हैरिस 1 रन बनाकर नाबाद लौटे। बता दें कि पहली के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 33 रनों की बढ़त मिली थी।
इसके पहले ऑस्ट्रेलिया के 369 रनों के जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 336 रन जोड़ कर ऑलआउट गई (स्कोरकार्ड देखें)। जहां वॉशिंग्टन सुंदर और शार्दूल ठाकुर ने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक लगाया। शार्दूल ठाकुर ने जहां 67 रनों की पारी खेली वहीं वॉशिंग्टन सुंदर के बल्ले से 62 रन निकले। इसके अलावा रोहित शर्मा ने 44 रनों का योगदान दिया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हेजलवुड सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 5 विकेट हासिल किए।
वॉशिंग्टन-शार्दूल की जोड़ी ने बनाए 4 बड़े रिकॉर्ड
वॉशिंग्टन सुंदर और शार्दूल ठाकुर ने सातवें विकेट के लिए 123 रन जोड़े। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सातवें विकेट के लिए ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर ये तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। 2018/19 में ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने सिडनी में सातवें विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी की थी।
ब्रिस्बेन में सातवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी के मामले में सुंदर और शार्दूल ने कपिल देव और मनोज प्रभाकर की 58 रनों की भागीदारी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। अब वॉशिंग्टन-शार्दूल की जोड़ी ने 123 रन बनाकर ये रिकॉर्ड अपने नाम लिख लिया है।
ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध वॉशिंग्टन सुंदर डेब्यू पारी में गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट और डेब्यू पारी में बल्लेबाजी करते हुए 50 से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने। इसके पहले 1947 में दत्तु फाडकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में डेब्यू पारी में 51 रन बनाने के बाद 3 विकेट झटके थे।
शार्दूल ठाकुर के टेस्ट करियर का ये दूसरा मैच है। इसके पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करते हुए एक टेस्ट की पारी खेली थी। जिसमें उन्होंने 4 रन बनाए थे। लेकिन ब्रिस्बेन में 67 रनों की पारी खेलने के साथ की शार्दूल ठाकुर ने 4 रन के बेस्ट स्कोर को पार करते हुए टेस्ट क्रिकेट का पहला अर्धशतक जमाया।