सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट का पांचवां दिन जारी है। टीम इंडिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 250 से ज्यादा रन बना लिए हैं। इस दौरान चेतेश्वर पुजारा ने मैच की लगातार दूसरी फिफ्टी लगाई। लेकिन चोट के बावजूद बल्लेबाजी के लिए उतरे ऋषभ पंत तीसरे टेस्ट शतक से केवल 3 रन से चूक गए। वे 118 गेंदों का सामना करने के बाद 97 रन बनाकर नाथन लियॉन का शिकार बने। पंत के टेस्ट करियर में ये तीसरी बार है जब वे नर्वस नाइनटीज का शिकार हुए हैं।
ऋषभ पंत तीसरी बार नर्वस नाइनटीज का शिकार
ऋषभ पंत अपने टेस्ट करियर में 15 मैचों की 25 इनिंग्स में बल्लेबाजी कर चुके हैं। जहां उन्होंने करीब 40 की औसत से 976 रन जोड़े। उन्होंने 2 शतक और 3 अर्धशतक लगाया। जबकि उनकी बेस्ट पारी 159 नॉटआउट रही। लेकिन जब हम उनकी इन अर्धशतकीय पारियों पर नजर डालते हैं तब हैरान करने वाले आंकड़े दिखाई देते हैं। जी हां आपको बता दें कि ये तीनों ही अर्धशतकीय पारियां 90 प्लस रनों की है।
ऋषभ पंत ने अपना टेस्ट डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ उसी की सरजमीं पर साल 2018 में किया था। उन्होंने 6वीं पारी में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा। जहां उन्होंने इंग्लैंड के विरुद्ध ओवल में 114 रनों की पारी खेली थी। इसके अगले ही मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट में वे 92 रन बनाकर आउट हो गए। पंत अपने दूसरे टेस्ट शतक से केवल 8 रन दूर रह गए। 92 रन की ये पारी उनके टेस्ट करियर के पहले अर्धशतक के रूप में दर्ज हो गई।
2018 में वेस्टइंडीज के भारत दौरे पर ऋषभ पंत दूसरी बार 92 के स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इस बार मैदान हैदराबाद का था। ये दूसरा मौका था जब वे नर्वस नाइनटीज़ का शिकार हुए। उनके खाते में एक और 90 प्लस का अर्धशतक जुड़ गया।
जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में आज (11 जनवरी) ऋषभ पंत तीसरी बार शतक के करीब पहुंच कर उसे पूरा करने से वंचित रह गए। उन्होंने पांचवें दिन 118 गेंदों में 12 चौकों और 3 छक्कों की सहायता से 97 रन बनाए। लेकिन तीसरा टेस्ट शतक जमाने से 3 रन से चूक गए। शतक में तब्दील होते-होते 97 रनों की ये पारी ऋषभ पंत के टेस्ट करियर की तीसरी सबसे बड़ी अर्धशतकीय पारी बन कर रह गई।