ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय शृंखला के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। जहां अब 10 दिनों से भी कम का समय शेष रह गया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली इस सीरीज में केवल बल्लेबाजों के पास ही नहीं बल्कि गेंदबाजों के पास भी नए मुकामों को हासिल करने का बेहतरीन मौका होगा।
बता दें कि 27 नवंबर शुक्रवार को सीरीज का पहला मुकाबला सिडनी क्रिकेट ग्राउन्ड में खेला जाना है। जहां टीम इंडिया के दाएं हाथ के लेग स्पिनर यूजवेन्द्र चहल विकटों का सबसे तेज भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं। बशर्ते इस रिकॉर्ड को पूरा करने के लिए उनके पास केवल 3 एकदिवसीय मैच होंगे।
यूजवेन्द्र चहल के वनडे रिकॉर्ड पर नजर दौड़ाएं तो हम पाएंगे कि वे 52 मैचों की 51 पारियों में 91 विकेट झटक चुके हैं। 100 विकेट की उपलब्धि से वे अब 9 विकेट दूर हैं। 9 विकेट लेने की स्थिति में चहल वनडे करियर में सौ विकेट पूरे करने वाले 23वें भारतीय होंगे। जबकि वे ऐसा करने वाले भारत के नौवें स्पिन गेंदबाज बनेंगे।
यूजवेन्द्र चहल के पास सबसे तेज 100 विकेट लेने का मौका
यूजवेन्द्र चहल के नाम 52 वनडे मैचों में 91 विकेट दर्ज हैं। ऐसे में अगर वे आगामी तीन मुकाबलों के दौरान 9 विकेट लेने में सफल रहते हैं। तो वे 55 मैचों में 100 विकेट लेने का मुकाम हासिल कर लेंगे। तब चहल सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले नंबर 1 भारतीय गेंदबाज बन जाएंगे। अभी ये रिकॉर्ड तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के नाम मौजूद है। शमी को वनडे में 100 विकेट लेने के लिए 56 मैच लगे थे।
मोहम्मद शमी के बाद सबसे कम मैचों में 100 वनडे विकेट जसप्रीत बुमराह ने लिए हैं। उनको विकटों का शतक पूरा करने के लिए 57 मैच खेलने पड़े थे। बाएं हाथ के रिस्ट गेंदबाज कुलदीप यादव 58 मैचों में ये कारनामा कर चुके हैं। जबकि पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान 65 और अजित अगरकर 67 मैचों के साथ सबसे तेज सौ विकेट लेने वाले क्रमशः चौथे और पांचवें गेंदबाज बने थे।