टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) के लिए भारतीय टीम में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और हर्षल पटेल (Harshal Patel) की वापसी करीब-करीब पक्की है। चोट के कारण ये दोनों खिलाड़ी एशिया कप के 15वें संस्करण में टीम इंडिया (Team India) का हिस्सा नहीं थे। बता दें कि रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया सुपर-4 में पाकिस्तान और श्रीलंका से हारने के बाद एशिया कप फाइनल के लिए क्वालिफ़ाई नहीं कर पाई थी।
जुलाई से बाहर हैं दोनों खिलाड़ी
जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल जुलाई महीने के बाद से टी20 क्रिकेट से दूर हैं। दोनों ने इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टी20 मुकाबला खेला था। बुमराह पीठ में चोट के कारण और हर्षल साइड स्ट्रेन के चलते बाहर हो गए थे। अब फिटनेस हासिल करने के बाद दोनों गेंदबाज अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में होने टी20 वर्ल्ड कप में वापसी के लिए तैयार होंगे।
जसप्रीत बुमराह पावरप्ले में सधी हुई गेंदबाजी के अलावा सटीक यॉर्कर के लिए जाने हैं। वहीं हर्षल पटेल डेथ ओवर्स में घातक गेंदबाजी करते हैं। ये दोनों खिलाड़ी टीम का अहम हिस्सा बन चुके हैं। ऐसे में बुमराह और हर्षल की वापसी के बाद आगामी वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम से ये दो खिलाड़ी बाहर बैठ सकते है।
बुमराह और हर्षल की वापसी के बाद कौन बैठेगा बाहर?
एशिया कप 2022 के भारतीय स्क्वाड में भुवनेश्वर कुमार के अलावा अर्शदीप सिंह, आवेश खान और हार्दिक पांड्या पर पेस अटेक की जिम्मेदारी थी। आवेश खान ग्रुप स्टेज में 2 मैच खेलने के बाद बुखार के कारण आगे और कोई मुकाबला नहीं खेल पाए थे। इन दो मैचों में उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था। टूर्नामेंट में वे काफी महेंगे साबित हुए थे।
आवेश खान (Avesh Khan) ने पाकिस्तान के खिलाफ 2 ओवर में 19 रन देकर एक विकेट लिया था। जबकि हांगकांग के विरुद्ध 4 ओवर में 53 रन खर्च करने के बाद एक विकेट हाथ लगा था। उनको अब बुमराह-हर्षल के लिए जगह खाली करनी पड़ सकती है।
वहीं स्पिन डिपार्टमेंट की बात करे तो लेग स्पिनर रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi) को केवल एक मैच खेलने का मौका मिला था। पाकिस्तान के खिलाफ उस मैच में उन्होंने दमदार गेंदबाजी की थी। बिश्नोई ने 4 ओवर में 26 रन देकर 1 विकेट लिया था। उस मुकाबले में वे सबसे किफायती गेंदबाज थे। हालांकि इस प्रदर्शन के बाद उनको फिर बेंच पर बैठा दिया गया। चूंकि अब टी20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में हैं, जहां की पिच स्पिनर्स के लिए ज्यादा मददगार नहीं होती। ऐसे में रवि बिश्नोई को वर्ल्ड कप के स्क्वाड से बाहर किया जा सकता है।