भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए आईसीसी ने नियमों की लिस्ट जारी की। जिसके अनुसार फाइनल ड्रॉ, टाई या रद्द होने पर दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया जाएगा। इसके अलावा 23 जून को रिजर्ड-डे भी रखा गया है। इन नियमों से नाखुश पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने अपनी राय रखी है।
आकाश चोपड़ा ने अपनी राय पेश करते हुए कहा कि 2 साल लंबा टूर्नामेंट होने के बावजूद अगर आखिरी में ये ना पता चले कि विजेता कौन है तो ये सुनने में अच्छा नहीं लगता है। उन्होंने ये भी बताया कि रिजर्व-डे का इस्तेमाल पांच दिनों के दौरान ओवर की कटौती को पूरा करने के लिए किया जाएगा। रिजर्व-डे के इस्तेमाल की अनुमति मैच को आगे बढ़ाने या नतीजा निकालने के लिए नहीं होगी।
आकाश चोपड़ा ने सुझाव दिया कि अगर आईसीसी ने छठवां दिन रखा है तो सातवां दिन भी रख लेना चाहिए। मतलब मैच तब तक होना चाहिए जब तक कि उसका नतीजा ना आ जाए। इसके अलावा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का विनर चुनने के लिए टॉप-2 टीमों के बीच तीन मैच की श्रृंखला करा सकते थे। तीन में से 2 मुकाबले जीतने वाली टीम चैंपियन बन जाती। नियम में तीसरे बदलाव के तौर पर आकाश के अनुसार अगर भारत और न्यूजीलैंड के बीच WTC का फाइनल ड्रॉ या टाई हो जाता है तब लीग स्टेज के दौरान पॉइंट्स टेबल पर नंबर 1 टीम को चैंपियन घोषित कर देना चाहिए।
इसके अलावा अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए उन्होंने 3 बड़े सुधार की इच्छा जताई। सबसे पहला कि सभी टीमों को एक दूसरे के साथ खेले। दूसरा घर पर मिलने वाली जीत के मुकाबले घर के बाहर मिलने वाली जीत के लिए ज्यादा पॉइंट्स निर्धारित किए जाने चाहिए। तीसरा ये कि हर श्रृंखला में मैचों की संख्या बराबर होनी चाहिए।