बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज इस समय 1-1 की बराबरी पर खड़ी है। बता दें कि एडिलेड में पहला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से अपनी झोली में डाला था। जबकि मेलबर्न में दूसरा टेस्ट टीम इंडिया ने 8 विकेट से जीत कर मेजबानों पर करारा पलटवार किया था। इसके बाद हार की दहलीज पर नजर आ रही भारतीय टीम ने सिडनी में तीसरा टेस्ट ड्रॉ किया और कंगारू टीम को 2-1 की अजेय बढ़त से रोक दिया।
अब बारी ब्रिस्बेन की है जहां चौथा टेस्ट जीतने वाली टीम ट्रॉफी भी घर ले जाएगी। ऐसे में एक बार फिर भारतीय टॉप ऑर्डर को बड़ी पारी खेलने की जरूरत होगी। चलिए देखते हैं ब्रिस्बेन के द गाबा में भारत के मौजूदा खिलाड़ियों के नाम कितनी बड़ी दर्ज है।
सबसे पहले बात करते हैं कप्तान अजिंक्य रहाणे की। मेलबर्न में शतक जमाने वाले अजिंक्य रहाणे सिडनी में कुछ खास कमाल नहीं पाए थे। उस मैच में उनके बल्ले से 22 और 4 रनों की पारी आई थी। लेकिन चौथा टेस्ट जीतने के लिहाज से रहाणे को ब्रिस्बेन में बड़ी पारी खेलनी होगी। इस मैदान पर उन्होंने अभी तक केवल मैच खेला है। जिसकी 2 पारियों में उन्होंने 91 रन बनाए। जहां 81 रनों की सर्वोच्च पारी शामिल है।
बड़ी पारी खेलने में माहिर ओपनिंग बल्लेबाज रोहित शर्मा से चौथे टेस्ट में सभी को बड़ी पारी की उम्मीद होगी। तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 52 रनों की अर्धशतकीय पारी जरूर खेली थी। पर वे इसे शतक में तब्दील नहीं कर पाए थे। रोहित ने भी ब्रिस्बेन के द गाबा पर एक टेस्ट खेला है जहां उनके बल्ले से पहली पारी में 32 और दूसरी पारी में कोई रन नहीं आया था।
इसके अलावा चेतेश्वर पुजारा ने इस मैदान पर 2 पारियों में 61 रन बनाए हैं। वहीं स्वदेश लौटे चुके विराट कोहली के बल्ले से गाबा में क्रमशः 19 और 1 रन निकले थे।
ब्रिस्बेन में लगे हैं 4 टेस्ट शतक
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ब्रिस्बेन में 4 शतक लगाए जा चुके हैं। जिसमें पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और मुरली विजय ने सबसे बड़ी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। 2003 में सौरव गांगुली ने 196 गेंदों में 144 रन बनाते हुए ये उपलब्धि हासिल की थी। वहीं मुरली विजय ने 2014 में यहां 144 रनों का शतक लगाया था। इसके अलावा दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 113 और एम जयसिम्हा ने 101 रनों की पारी खेलते हुए ब्रिस्बेन में शतक जड़ा था।