Nidahas Trophy 2018, Final: 2018 में आज का दिन (18 मार्च) भला कौन भुला सकता है। जब बांग्लादेश के विरुद्ध खेले गए निदाहस ट्रॉफी के फाइनल में दिनेश कार्तिक ने ताबड़-तोड़ पारी खेली थी। एक समय हार की दहलीज पर पहुंच चुकी भारतीय टीम को दिनेश कार्तिक ने अकेले ही चैंपियन बना दिया था।
फाइनल तक का सफर
निदाहस ट्रॉफी 2018 का आयोजन श्रीलंका की मेजबानी में भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच हुआ था। जिसे टी-20 फॉर्मेट में खेला गया था। इस टूर्नामेंट की शुरुआत भारत की हार के साथ हुई थी। जहां रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम को श्रीलंका ने 5 विकेट से हरा दिया था। इसके अगले मैच में भारत ने बांग्लादेश को 6 विकेट से हराया।
अपने तीसरे लीग मैच भारत ने श्रीलंका पर 6 विकेट से जीत दर्ज की। जबकि चौथे और अंतिम लीग मुकाबले में बांग्लादेश को 17 रन से पराजित कर भारत ने फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बांग्लादेश थी। बांग्लादेश ने श्रीलंका के खिलाफ दोनों मैच जीत कर फाइनल में जगह बनाई थी।
फाइनल हारने की दहलीज पर भारत
टॉस का सिक्का भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के पाले में गिरा। रोहित ने बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। बांग्लादेश ने सब्बीर रहमान की 50 गेंदों में 77 रनों की पारी के दम पर निर्धारित 20 ओवर में 166 रनों का स्कोर खड़ा किया। सब्बीर रहमान के अलावा महमूदुल्लाह ने 21 और मेहीदी हसन ने 19 रनों का योगदान दिया। भारत के लिए युजवेन्द्र चहल ने सबसे ज्यादा 3 विकेट झटके।
167 रनों के जवाब में भारतीय पारी की शुरुआत मन मुताबिक नहीं रहे। 32 के स्कोर तक भारत ने शिखर धवन (10 ) और सुरेश रैना (0) के विकेट गंवा दिए। रोहित शर्मा और केएल राहुल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी कर मैच में वापसी की। तभी केएल राहुल और रोहित शर्मा 15 रनों के अंतराल में आउट हो गए।
रोहित शर्मा ने 42 गेंदों में 56 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। जबकि राहुल 24 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए मनीष पांडे 28 रन बनाकर भारत को बीच मझधार में छोड़ कर चल दिए। 18वें ओवर तक भारत ने 133 के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिए थे। अब भारत को फाइनल जीतने के लिए 12 गेंदों में 34 रनों की जरूरत थी।
दिनेश कार्तिक ने बांग्लादेश के जबड़े से छिनी जीत
जब दिनेश कार्तिक ने मैदान पर कदम रखा तब भारतीय टीम को 12 गेंदों में 34 रनों की जरूरत थी। उनका साथ पहले से मौजूद विजय शंकर दे रहे थे। 19वां ओवर लेकर आए रूबेल हुसैन पर कार्तिक ने आते ही धावा बोल दिया। पहली 3 गेंदों पर 2 छक्के और 1 चौका जड़ कार्तिक ने 16 रन निकले। चौथी गेंद पर कोई रन आया जबकि पांचवी गेंद पर 2 रन निकले। छठवीं गेंद पर चौका जड़ कार्तिक ने 19वें ओवर से कुल 22 (6,4,6,0,2,4) रन बटोरे।
अब भारत को अंतिम 6 गेंदों में 12 रनों की जरूरत थी। सामने सौम्य सरकार गेंदबाजी के लिए तैयार थे। पहली 3 गेंदों पर कार्तिक-विजय ने 3 रन बनाए। चौथी गेंद पर विजय शंकर किसी तरह चौका जड़ने में सफल हुए। लेकिन पांचवीं गेंद पर विजय शंकर आउट हो गए और स्ट्राइक दिनेश कार्तिक के पास या गई। अब अंतिम पर भारत को 5 रनों की दरकार थी। तभी दिनेश कार्तिक ने छक्का जड़ टीम इंडिया को निदाहस ट्रॉफी का चैंपियन बना दिया। कार्तिक 8 गेंदों में 2 चौके और 3 छक्के की मदद से 29 रन बनाकर नाबाद लौटे। उनको मैन ऑफ द मैच चुना गया।