IND vs NZ Statistical Preview: ऑस्ट्रेलिया को वनडे सीरीज में 2-1 से मात देने के बाद भारतीय टीम ऑकलैंड पहुंच गई है। जहां दोनों टीमों के बीच पहला टी-20 मुकाबला 24 जनवरी को ऑकलैंड में खेला जाएगा। अब टीम इंडिया का मिशन पिछली सीरीज (बनाम न्यूज़ीलैंड) में मिली हार का हिसाब चुकता करना होगा। बता दे कि न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पिछली टी-20 सीरीज में भारत को 2-1 से हार झेलनी पड़ी थी। चलिए भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच टी-20 के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर गौर करते हैं।
भारत vs न्यूज़ीलैंड
3-8 भारत और न्यूज़ीलैंड अब तक 11 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में आमने-सामने हुए हैं। 11 में से भारत ने 3 टी-20 मैच जीते तो शेष 8 मुकाबलों में न्यूज़ीलैंड ने बाजी मारी। वहीं घर पर भारत ने 5 में से 2 मैच जीते और 3 गंवाए। घर के बाहर जीत-हार का अंतर (भारत) 1-4 (न्यूज़ीलैंड) का रहा।
1-3 भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच अब तक कुल 4 द्विपक्षीय टी-20 सीरीज खेली गई हैं। जिसमें भारत केवल एक बार (2017) विजयी रहा। शेष 3 बार न्यूज़ीलैंड विजेता रहा।
1-2 आखिरी बार दोनों टीमें साल 2019 में आमने-सामने हुई हुई थी, तब भारत ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज में हिस्सा लिया था। नतीजे में भारत की 1-2 से हार हुई।
261 भारत बनाम न्यूज़ीलैंड मैचों के दौरान सबसे ज्यादा टी-20 रन ब्रेंडन मैकुलम ने बनाए हैं। उन्होंने 4 पारियों में 130.50 के औसत से 261 रन बनाए हैं। 4 पारियों में उनके बल्ले से 3 अर्धशतक समेत 91 रनों की सबसे बड़ी पारी निकली। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाली भारतीय बल्लेबाजों में 11 पारियों में 223 रनों से साथ एमएस धोनी सबसे ऊपर हैं।
1 दोनों टीमों के बीच हुए 11 टी-20 मुकाबलों में केवल कॉलिन मुनरो ही ऐसे इकलौते बल्लेबाज हैं, जिनके नाम पर शतक दर्ज है। मुनरो ने 2017 में राजकोट में नॉटआउट 109 रन बनाए थे।
3 ब्रेंडन मैकुलम सबसे 3 ज्यादा बार 50 या उससे अधिक रनों की पारी खेल चुके हैं। वहीं विराट कोहली ने 2 बार ऐसा किया है।
11 लेग स्पिन गेंदबाज ईश सोढ़ी 11 विकेट के साथ शीर्ष पर हैं। मिचेल सेन्टनर ने 9 और टिम साऊदी ने 7 विकेट झटके हैं। भारतीय गेंदबाजों की बात करे तो 5-5 विकेट के साथ भुवनेश्वर कुमार और इरफान पठान छठे नंबर पर हैं।
इन आंकड़ों से तो यही पता चलता है कि अब तक न्यूज़ीलैंड का पलड़ा हर तरफ से भारत पर भारी रहा है। नए साल में भारत टीम नया करते हुए पुराना इतिहास बदल पाती है या नहीं, ये देखना दिलचस्प रहेगा।