चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) 2025 का फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 9 मार्च को खेला जाएगा। हर क्रिकेट प्रेमी को इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार है। दोनों टीमें टक्कर की हैं, ऐसे में एक कड़ा मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है। मौजूदा सीजन में ग्रुप स्टेज के दौरान भले ही भारत ने न्यूजीलैंड को हराया, लेकिन रोहित शर्मा की टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल में मिली हार का हिसाब चुकता करने को बेकरार होगी।
याद दिला दें कि साल 2000 में न्यूजीलैंड ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत को हराकर खिताब पर कब्जा किया था। अब 25 साल बाद दोनों टीमें एक बार फिर उसी मंच पर आकर खड़ीं हो गईं हैं। इस बार भारतीय टीम फाइनल का नतीजा बदलने के लिए पूरा दमखम लगा देगी। लेकिन इन सब के बीच एक सवाल मन में उठता है कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला फाइनल अगर बारिश में रद्द हो जाता है, तब विजेता किस टीम को माना जाएगा। आइए इस सवाल का जवाब जानते हैं।
भारत-न्यूजीलैंड फाइनल रद्द हुआ तो क्या?
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 9 मार्च को होने वाले फाइनल मैच में अगर बारिश होती है और मैच पूरा नहीं हो पाता है। तब मैच को अगले दिन 10 मार्च को रिजर्व-डे पर पूरा करने की कोशिश की जाएगी। फाइनल मैच का नतीजा हासिल करने के लिए दोनों टीमों को कम से कम 25 ओवर खेलना जरूरी है। अगर मैच टाई होता है, तब मैच का नतीजा निकालने के लिए सुपर ओवर कराया जाएगा।
अब अगर रिजर्व-डे पर भी मैच संभव नहीं हो पाता है और मैच को रद्द कर दिया जाता है। तब इस स्थिति में आईसीसी के नियम के मुताबिक भारत और न्यूजीलैंड दोनों टीमों को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का संयुक्त विजेता घोषित कर दिया जाएगा।
पहले भी हो चुकी है ट्रॉफी शेयर
बात चैंपियंस ट्रॉफी 2002 के फाइनल मैच की है। 29 सितंबर को भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो के मैदान पर फाइनल मैच खेला जाना था। श्रीलंका के कप्तान सनथ जयसूर्या ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका ने 50 ओवर 244/5 रनों का स्कोर बनाया। जवाब में भारत ने 2 ओवर में बिना किसी नुकसान ने 14 रन बना लिए थे। तभी बारिश आ गई और मैच पूरा नहीं हो पाया।
इसके बाद फाइनल मैच रिजर्व-डे के दिन यानि 30 सितंबर को दोबारा नए सिरे से शुरू किया गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने 50 ओवरों 7 विकेट पर 222 रन बनाए। जवाब में भारत ने 8.4 ओवर में एक विकेट पर 38 रन बनाए ही थे कि दोबारा बारिश ने धावा बोल दिया और मैच का नतीजा नहीं निकल पाया। जिसके बाद सौरव गांगुली और सनथ जयसूर्या को 2002 की चैंपियंस ट्रॉफी आपस में साझा करनी पड़ी।