चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) का विजेता तय होने में केवल एक मुकाबला बचा है। जी हां भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) 9 मार्च को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में फाइनल की जंग के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। गौरतलब हो कि भारतीय टीम ने पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को तो वहीं दूसरे सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को हराकर न्यूजीलैंड ने फाइनल मुकाबले के लिए क्वालिफ़ाई किया। बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड एक ही ग्रुप में थे। ग्रुप स्टेज के दौरान भारत ने न्यूजीलैंड को 44 रनों से हराया था।
भारत 5, न्यूजीलैंड 3 बार फाइनल में
चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में टीम इंडिया ने पांचवीं बार फाइनल में जगह बनाई है। 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के अलावा 2000, 2002, 2013 और 2017 में भी भारत फाइनल तक पहुंचा था। 2002 का फाइनल रद्द हुआ तो भारत को श्रीलंका के साथ ट्रॉफी शेयर करनी पड़ी। इसके बाद इंग्लैंड को फाइनल में हराकर भारत 2013 में दोबारा चैंपियन बना था।
2025 के पहले न्यूजीलैंड ने चैंपियंस ट्रॉफी 2000 और 2009 के फाइनल में क्वालिफ़ाई किया था। जिसमें से कीवी टीम ने 2000 का फाइनल जीता तो वहीं 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का मुंह देखना पड़ा। इस बार कौनसी टीम ट्रॉफी उठाएगी इसके लिए हमें 9 मार्च का इंतजार करना होगा।
25 साल पहले न्यूजीलैंड ने तोड़ा था सपना
चैंपियंस ट्रॉफी में यह पहला मौका नहीं है, जब भारत और न्यूजीलैंड फाइनल मैच में आमने-सामने होने जा रहे हैं। इसके पहले दोनों टीमें 2000 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में एक दूसरे से भिड़ीं थीं। तब स्टीफन फ्लेमिंग की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड ने भारत के पहली और इकलौती चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के सपने को चकनाचूर किया था।
स्कोर की बात करें तो कप्तान सौरव गांगुली के 117 रनों के शतक और सचिन तेंदुलकर के 69 रनों के अर्धशतक की बदौलत भारत ने 50 ओवर में 6 विकेट पर 264 रन बनाए थे। जवाब में न्यूजीलैंड ने क्रिस कैर्न्स की 102 रनों की नाबाद शतकीय पारी की मदद से 2 गेंद और 4 विकेट बाकी रहते 265 रन बनाकर फाइनल मुकाबला जीत लिया।
अब 25 साल बाद 9 मार्च को दुबई के मैदान पर दोनों टीमें दोबारा खिताबी लड़ाई लड़ने जा रहीं हैं। इस बार रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत के पास जीत का परचम लहराते हुए 25 साल पुराने जख्म पर मरहम लगाने का सुनहरा मौका होगा।