पाकिस्तान के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेला जा रहा दूसरा टेस्ट मैच न्यूजीलैंड की गिरफ्त में आ चुका है। पाकिस्तान के पहली पारी के 297 रनों के जवाब में मेजबान टीम ने 6 विकेट पर 659 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। 659 रनों के स्कोर में कप्तान केन विलियमसन ने चौथा दोहरा शतक लगाया और 7000 टेस्ट रन भी पूरे किए। वे 238 रन बनाकर आउट हुए। 362 रनों से पिछड़ने के बाद दूसरी पारी में पाकिस्तान ने 8 रन पर एक विकेट गंवा दिया था।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 7000 रन बनाने वाले खिलाड़ी
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने 28 चौके की बदौलत 364 गेंदों में 238 रनों की पारी खेली। इसी के साथ उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 7000 रन भी पूरे कर लिए। अब उनके खाते में 83 टेस्ट मैचों की 144 पारियों में 7115 रन हो गए हैं। वहीं उनके बल्ले से निकले शतकों की कुल संख्या 24 और अर्धशतकों की संख्या 32 हो गई है। इसके अलावा सबसे तेज 7000 टेस्ट रन पूरे करने वाले वे 13वें खिलाड़ी बने।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज सात हजार रन पूरे करने वाले नंबर 1 बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ है। स्मिथ ने 2019 में पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए 70वें टेस्ट की 126 इनिंग्स में 7000 रनों का आंकड़ा पार किया था। इसके बाद इंग्लैंड के वेली हेमंड लिस्ट में दूसरे पायदान पर हैं। जिन्होंने 80 टेस्ट की 131 पारियों में 7000 रन पूरे किए थे।
वहीं इस काम को पूरा करने के लिए वीरेंद्र सहवाग ने 79 मैच की 134 पारी और सचिन तेंदुलकर ने 85 टेस्ट की 136 पारी का सामना किया था। सबसे तेज 7000 टेस्ट रन बनाने के मामले में विराट कोहली वेस्टइंडीज के गैरी सोबर्स और श्रीलंका के कुमार संगकारा के साथ संयुक्त रूप से पांचवें पायदान पर हैं। 7 हजार टेस्ट रनों के लिए इन तीनों दिग्गजों को 138 इनिंग्स लगी थी।
टेस्ट करियर में सबसे कम पारियों में 7000 रन पूरे करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में आठवें पायदान पर पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ हैं। जिनके बल्ले से 82 मैचों की 139 पारियों में इतने रन निकले थे। नौवें पायदान पर सुनील गावस्कर और विवियन रिचर्ड्स मौजूद हैं। जिन्होंने सात हजार रनों को 140 टेस्ट इनिंग्स में हासिल किया था। जबकि राहुल द्रविड़ ने इस उपलब्धि को अपने नाम करने के लिए 82 टेस्ट मैचों की 141 पारियां खेली थी।