211 रन बोर्ड पर लगाने के बावजूद टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ घर पर हार झेलनी पड़ी। इस हार ने भारत के लगातार 13 मैच जीतने के वर्ल्ड रिकॉर्ड को पूरा होने से रोक दिया। दिल्ली में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने भारत को 7 विकेट से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए टीम इंडिया ने 4 विकेट के नुकसान पर 211 रनों का स्कोर खड़ा किया। ईशान किशन ने टीम के लिए सर्वाधिक 76 रनों का योगदान दिया।
जवाब में साउथ अफ्रीका ने 19.1 ओवर में केवल 3 विकेट खोकर टारगेट पूरा कर लिया। वेन दर डुसेन ने 75 और डेविड मिलर ने 64 रनों की पारी खेल भारत से मैच छिन लिया। दोनों बल्लेबाजों को आउट करने और 212 रनों के लक्ष्य को बचाने में भारतीय गेंदबाज नाकाम रहे। भारत की इस नाकामी के पीछे कुछ गलतियां शामिल थीं, जो न हुई होती तो शायद टीम इंडिया लगातार 13 टी20 जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने कर लेती।
टीम इंडिया पर भारी पड़ी ये 3 गलतियां
श्रेयस अय्यर ने टपकाया कैच: साउथ अफ्रीका की जीत में रसी वेन दर डुसेन ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने डेविड मिलर के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 64 बॉल में 131 रनों की नाबाद साझेदारी की। डुसेन और मिलर टीम की जीत पर मुहर लगाकर वापस लौटे। दोनों खिलाड़ियों के बीच ये शतकीय साझेदारी पनपी न होती अगर 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर श्रेयस अय्यर ने डुसेन का कैच लपक लिया होता। उस समय डुसेन 29 रन पर खेल रहे थे। इस जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए उन्होंने 75 रन जड़ दिए।
युजवेंद्र चहल का आधा-अधूरा इस्तेमाल: टी20 में लेग स्पिनर का इस्तेमाल कई बार निर्णायक साबित होता है। लेकिन पहली बार टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे ऋषभ पंत ने युजवेंद्र चहल से पूरे 4 ओवर कराना मुनासिफ़ नहीं समझा। बता दें कि चहल टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले अनुभवी भारतीय गेंदबाज हैं। साथ ही वे आईपीएल में जबरदस्त फॉर्म में थे,उन्होंने सीजन में ज्यादा विकेट चटकाए थे। ऐसे में चहल से पूरे 4 ओवर न कराना टीम इंडिया पर भारी पड़ गया।
गेंदबाजों का फ्लॉप शो: टीम इंडिया ने 212 रनों का तगड़ा लक्ष्य साउथ अफ्रीका के सामने रखा था। लेकिन भारतीय गेंदबाज लक्ष्य नहीं बचा पाए। भुवनेश्वर कुमार जैसा अनुभवी गेंदबाज काफी महंगा साबित हुआ। उन्होंने 4 ओवर में 43 रन लुटाए और एक विकेट लिया। हार्दिक पांड्या के एक ओवर से 18 रन आए। हर्षल पटेल ने भी 43 रन खर्च किए।